1 अप्रैल 2025 से इन गाड़ियों का वाहन रजिस्ट्रेशन रद्द: जानें नियम, प्रभाव

भारत सरकार की वाहन स्क्रैप नीति के तहत 1 अप्रैल 2025 से देशभर में 15 साल से पुरानी कई गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाएगा। इस नीति का उद्देश्य पर्यावरण प्रदूषण को कम करना, सड़क सुरक्षा को बढ़ाना और आधुनिक, ईंधन-कुशल वाहनों को प्रोत्साहित करना है। यह नियम पेट्रोल और डीजल दोनों तरह के वाहनों पर लागू होगा। इस लेख में हम आपको इस नीति, इसके प्रभाव, और अपनी गाड़ी की स्थिति जांचने के तरीके के बारे में विस्तार से बताएंगे।

वाहन स्क्रैप नीति क्या है?

वाहन स्क्रैप नीति भारत सरकार द्वारा 2021 में शुरू की गई थी, जिसके तहत पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को सड़कों से हटाने का लक्ष्य रखा गया है। इस नीति के अनुसार:

  • 15 साल पुराने निजी वाहन (पेट्रोल और डीजल) और 8 साल पुराने व्यावसायिक वाहन स्क्रैपिंग के लिए योग्य माने जाएंगे।
  • 1 अप्रैल 2025 से इन वाहनों का रजिस्ट्रेशन स्वतः रद्द हो जाएगा, यदि वे फिटनेस टेस्ट पास नहीं करते।
  • वाहन मालिकों को अपने वाहनों को स्क्रैप करने या फिटनेस सर्टिफिकेट प्राप्त करने का विकल्प दिया जाएगा।

इस नीति का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, वायु प्रदूषण में कमी, और सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है। पुराने वाहन अधिक प्रदूषण फैलाते हैं और उनके रखरखाव की लागत भी अधिक होती है।

किन वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द होगा?

1 अप्रैल 2025 से निम्नलिखित वाहनों पर यह नियम लागू होगा:

  1. 15 साल से पुराने निजी वाहन: कार, मोटरसाइकिल, स्कूटर आदि, जो 2010 या उससे पहले रजिस्टर्ड हुए हों।
  2. 8 साल से पुराने व्यावसायिक वाहन: टैक्सी, बस, ट्रक आदि, जो 2017 या उससे पहले रजिस्टर्ड हों।
  3. फिटनेस टेस्ट में फेल वाहन: यदि वाहन निर्धारित फिटनेस टेस्ट पास नहीं करता, तो उसका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा।

वाहन मालिकों के लिए विकल्प

यदि आपका वाहन इस नीति के दायरे में आता है, तो आपके पास निम्नलिखित विकल्प हैं:

  1. फिटनेस टेस्ट करवाएं:
    • अपने वाहन को नजदीकी क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) या अधिकृत फिटनेस सेंटर में ले जाएं।
    • यदि वाहन फिटनेस टेस्ट पास करता है, तो उसका रजिस्ट्रेशन नवीनीकृत किया जा सकता है।
    • फिटनेस सर्टिफिकेट की वैधता निजी वाहनों के लिए 1 साल और व्यावसायिक वाहनों के लिए 6 महीने होगी।
  2. वाहन स्क्रैप करें:
    • अधिकृत स्क्रैपिंग सेंटर में वाहन को स्क्रैप करवाएं।
    • स्क्रैपिंग के बाद आपको एक स्क्रैप सर्टिफिकेट मिलेगा, जिसके आधार पर आप नए वाहन की खरीद पर छूट प्राप्त कर सकते हैं।
    • सरकार नए वाहन खरीदने पर 25% तक की छूट और रजिस्ट्रेशन शुल्क में कमी जैसे प्रोत्साहन प्रदान करती है।
  3. वाहन का उपयोग बंद करें:
    • यदि आप वाहन को स्क्रैप या फिटनेस टेस्ट के लिए नहीं ले जाना चाहते, तो इसका उपयोग सार्वजनिक सड़कों पर नहीं किया जा सकता। ऐसा करने पर जुर्माना या वाहन जब्ती हो सकती है।

अपनी गाड़ी की स्थिति कैसे जांचें?

यह जानने के लिए कि आपका वाहन इस नीति के दायरे में है या नहीं, निम्नलिखित कदम उठाएं:

  1. वाहन रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) जांचें:
    • अपने वाहन की RC में रजिस्ट्रेशन की तारीख देखें।
    • यदि वाहन 15 साल (निजी) या 8 साल (व्यावसायिक) से पुराना है, तो यह स्क्रैप नीति के अंतर्गत आएगा।
  2. वाहन पोर्टल पर जांचें:
    • परिवहन मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट parivahan.gov.in पर जाएं।
    • अपने वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर उसकी स्थिति जांचें।
  3. नजदीकी RTO से संपर्क करें:
    • अपने क्षेत्र के RTO कार्यालय में संपर्क करें और वाहन की स्थिति के बारे में पूछताछ करें।
  4. स्क्रैपिंग सेंटर से सलाह लें:
    • अधिकृत स्क्रैपिंग सेंटर पर जाकर अपने वाहन की जांच करवाएं और स्क्रैपिंग प्रक्रिया की जानकारी लें।

वाहन स्क्रैप नीति के लाभ

  1. पर्यावरण संरक्षण: पुराने वाहनों को हटाने से वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
  2. सड़क सुरक्षा: पुराने और खराब वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं में कमी होगी।
  3. आर्थिक लाभ: नए वाहन खरीदने पर छूट और कम रजिस्ट्रेशन शुल्क से वाहन मालिकों को फायदा होगा।
  4. ऑटोमोबाइल उद्योग को बढ़ावा: नई गाड़ियों की मांग बढ़ने से ऑटोमोबाइल क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

वाहन मालिकों के लिए सुझाव

  • तुरंत कार्रवाई करें: यदि आपका वाहन 15 साल पुराना है, तो जल्द से जल्द फिटनेस टेस्ट या स्क्रैपिंग के लिए संपर्क करें।
  • दस्तावेज तैयार रखें: RC, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUC), और पहचान पत्र जैसे दस्तावेज तैयार रखें।
  • अधिकृत सेंटर्स का उपयोग करें: केवल सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्क्रैपिंग सेंटर्स का उपयोग करें।
  • नए वाहन की योजना बनाएं: स्क्रैप सर्टिफिकेट के साथ नए वाहन खरीदने पर छूट का लाभ उठाएं।

क्या होगा अगर नियम का पालन न किया जाए?

1 अप्रैल 2025 के बाद, यदि आपका वाहन बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के सड़क पर पाया जाता है, तो:

  • भारी जुर्माना लगाया जा सकता है।
  • वाहन को जब्त किया जा सकता है।
  • कानूनी कार्रवाई हो सकती है।

निष्कर्ष

वाहन स्क्रैप नीति 2025 भारत के पर्यावरण और सड़क सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। 1 अप्रैल 2025 से लागू होने वाले इस नियम के तहत 15 साल पुराने निजी वाहनों और 8 साल पुराने व्यावसायिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द हो सकता है। वाहन मालिकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी गाड़ी की स्थिति की जांच करें और समय रहते फिटनेस टेस्ट या स्क्रैपिंग की प्रक्रिया पूरी करें। अधिक जानकारी के लिए parivahan.gov.in पर विजिट करें।

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